डिंडौरी के रास्ते दुनिया की सैर करने निकले स्विट्जरलैंड के जोनाथन
इंटरनेट से मिली अमरकंटक रूट की जानकारी, अब तक पाकिस्तान-अफगानिस्तान समेत कई देशों की यात्रा कर चुके हैं जोनाथन डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी 'मैंने इंटरनेट पर देखा-पढ़ा था कि अमरकंटक बहुत खूबसूरत स्थान हैं। यहां से नर्मदा नदी का उद्गम हुआ है। इसी वजह से मैंने वर्ल्ड टूर के लिए यहां से होकर जाने का र…
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गढ़ी : पांडवों ने यहां काटा था अज्ञातवास, यहां बनाना चाहते थे अपना गढ़
शहपुरा के पास वनग्राम गढ़ी में मिले हैं पांडवों से जुड़े प्रमाण बाजन सिल्ली स्थान में स्थित पत्थरों से निकलती हैं धुनें डीडीएन रिपोर्टर | शहपुरा/डिंडौरी हस्तिनापुर में जुए में अपना राज-पाठ हारने के बाद पांडवों ने 12 साल तक का समश् वनवास में बिताया और एक साल का अज्ञातवास काटा। इस दौरान पांडव कई स्थानो…
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हेमंत ऋतु में डिंडौरी की फिजाओं ने ओढ़ी मखमली कोहरे की चादर... Pictures By अपना डिंडौरी & आसपास
डीडीएन फोटो फीचर | डिंडौरी की वादियां हर मौसम में जवां रहती हैं। मौजूदा दिनों में शहर की फिजाएं हेमन्त ऋतु की दूधिया प्रकृति से शृंगार कर रही हैं। जिले के आसपास के क्षेत्रों का नजारा आलीशान और सुकून भरा है। सर्दियों के शुरुआत की घड़ी में डिंडौरी की दिलकश तस्वीरों को हम तक पहुंचाया है अपना डिंडौरी &a…
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लक्ष्मण मड़वा : श्रीराम के वनवास काल का गवाह है यह स्थान, इसे रामघाट भी कहते हैं
मां नर्मदा की गोद में बसा प्राकृतिक सुंदरता से ओतप्रोत पावन स्थान डीडीएन इनपुट डेस्क | डिंडौरी से महज 7-8 किलोमीटर दूर प्राकृतिक स्थान लक्ष्मण मड़वा स्थित है। इसकी सुरक्षा मां नर्मदा के तट पर बसे गांव कोहका की रक्षा समिति करती है। यहां पर भगवान श्रीराम के वनवास काल में मौजूदगी के प्रमाण भी मिलते है…
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हल्दी करेली... डिंडौरी के मिनी गोवा में परिवार के साथ उठाइए आउटिंग का आनंद मगर गंदगी न फैलाएं
यहां की प्राकृतिक बनावट और पानी के सामने सफेद रेत के टापू की संचरना के कारण इसे मिनी गोवा कहते हैं  डीडीएन इनपुट डेस्क | हर मौसम में हजारों-लाखों लोग हजारो-लाखों रुपए खर्च करके गोवा घूमने जाते हैं। वहां बीच के किनारे बैठकर समुद्र का दीदार करते हैं, ढेर सारे फोटो खींचते-खिंचाते हैं, पब जाकर डांस-पा…
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कारोपानी ब्लैक बग पार्क... वन्य जीवों और मनुष्यों के को-एक्जिस्टेंस का जीता जागता उदाहरण
इस स्थान पर मृगों को उछलते-कूदते आसानी से निहार सकते हैं पर्यटक डीडीएन इनपुट डेस्क | डिंडौरी से करीब 17 किलोमीटर दूर डिंडौरी-अमरकंटक मुख्य मार्ग से 4 किलोमीटर अंदर कारोपानी नाम का एक गांव स्थित है। इसे कृष्ण मृग (ब्लैक बग) संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया है। यहां अठखेलियां करते वन्यजीवों और मानव सभ…
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श्रीऋणमुक्तेश्वर मंदिर कुकर्रामठ... यहां स्थापित शिवलिंग के दर्शन करने से मिलती है पितृ-देव-गुरु-ऋण से मुक्ति
1000वीं ईसवी में बना प्राचीन मंदिर, इसके निर्माण के विषय में प्रचलित हैं कई लोककथाएं डीडीएन इनपुट डेस्क |  कुकर्रामठ मंदिर को श्री ऋणमुक्तेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह डिंडौरी जिला मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर स्थित है। डिंडौरी-अमरकंटक रोड पर 10 किमी दूर चलकर मुख्य मार्ग से 4 किमी अन्दर…
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1857 की क्रांति में डिंडौरी के वीर-वीरांगनाओं ने अंग्रेजों को कई बार चटाई धूल, 1500 ईस्वी पहले माहिष्मती नगरी था मंडला
रानी अंवतीबाई की वीरगति के बाद रामगढ़ के 2089 गांवों में से 1050 गांवों को निकालकर बना था डिंडौरी डीडीएन इनपुट डेस्क | 22 मई 1998 को जिला बने डिंडौरी का इतिहास काफी रोचक और भव्य है। 1857 की क्रांति के दौरान इसे अपने रक्त से पुष्पित और पल्लवित करने वाले वीर-वीरांगनाओं की गाथा रोंगटे खड़े कर देने वाली…
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डगोना... 'एक डग में लांघने वाला जलप्रपात', इसे मिनी भेड़ाघाट भी कहते हैं!
डीडीएन इनपुट डेस्क | अगर आपसे पूछा जाए- क्या दुनिया के किसी नेचुरल वॉटरफॉल को सिंगल जंप में पार किया जा सकता है? जवाब में आप कहेंगे- बिल्कुल नहीं! ...और अगर आपको वह जगह देखने को मिल जाए तो आप वहां से सारी जिंदगी के लिए तस्वीरें और वीडियो लेकर जरूर जाएंगे। साथ ही अपने परिचितों को भी उस रोचक स्थान के…
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रामगढ़... 1951 के बाद डिंडौरी कहलाया वीरांगना रानी अवंतीबाई का कर्मक्षेत्र
प्रथम स्वाधीनता संग्राम की पहली महिला शहीद थीं रानी अवंती बाई्, अंग्रेजों के हाथ न आएं इसलिए खुद को मार ली तलवार डीडीएन इनपुट डेस्क | डिंडौरी मुख्यालय से 23 किलोमीटर दूर रानी अवंती बाई की कर्मभूमि और राजधानी रामगढ़ के निशान आज भी मिलते हैं। रामगढ़ महल एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित था, जो खरमेर नदी के किन…
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किकरकुंड फॉल... डिंडौरी से 75 किमी दूर स्थित प्राकृतिक स्थल, हर ऋतु में जवां रहती है यहां की फिजा...
डिंडौरी से 75 किलोमीटर दूर घुघरा टोला में स्थित है यह खूबसूरत स्थान भीमशंकर साहू | डिंडौरी/मेहंदवानी डिंडौरी जिले के मेहंदवानी विकासखंड के पोषक ग्राम घुघरा टोला में एक ऐसा प्राकृतिक स्थल है, जिसे किकरकुंड कहते हैं। इस कुंड में दनदना नदी के पानी से बनने वाले झरने का सौंदर्य मुख्यत: बारिश के दिनों म…
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नेवसा फॉल : डिंडौरी में स्थित खूबसूरत जलप्रपात
आम दिनों में भी सैकड़ों पर्यटक नेवसा फॉल की सुंदरता को निहारने आते हैं बरसात के दिनों में और भी बढ़ जाती है जलप्रपात की नैसर्गिक सुंदरता  डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी डिंडौरी से महज 15 किलोमीटर दूर स्थित प्राकृतिक नेवसा फॉल अपनी नैसर्गिकता के लिए जाना जाता है। बारिश का पानी जमीन पर गिरते ही यह जलप्रपात …
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डिंडौरी के नेशनल फॉसिल्स पार्क आइए... यहां मिलेंगे करीब साढ़े 6 करोड़ साल पुराने जीवाश्म
करोड़ों वर्ष पुराने पादपों को सहेजकर रखने वाला देश का एकमात्र फॉसिल्स पार्क डिंडोरी जिले के शहपुरा के घुघुवा में राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान घुघुवा भारत भर में एक अनोखी जगह है, क्योंकि यहां 6.5 करोड़ साल पुराने जीवाश्म को संरक्षित कर रखा गया है । यहां दूर-दूर से पर्यटक इन जीवाश्मों को देखने के लिए आते …
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