आम दिनों में भी सैकड़ों पर्यटक नेवसा फॉल की सुंदरता को निहारने आते हैं
बरसात के दिनों में और भी बढ़ जाती है जलप्रपात की नैसर्गिक सुंदरता
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी
डिंडौरी से महज 15 किलोमीटर दूर स्थित प्राकृतिक नेवसा फॉल अपनी नैसर्गिकता के लिए जाना जाता है। बारिश का पानी जमीन पर गिरते ही यह जलप्रपात अपनी खूबसूरती के चरम पर होता है। इसकी सुंदरता को निहारने के लिए आम दिनों में भी रोजाना सैकड़ाें पर्यटक पहुंचते हैं। बरसात के दिनों में यह संख्या हजारों में पहुंच जाती है। हालांकि आजादी के इतने वर्षों बाद भी यहां बिजली, सड़क जैसी बुनियादी जरूरतों का अभाव है, लेकिन कुदरत ने इसे प्राकृतिक सौंदर्य से बखूबी नवाजा है। नेवसा में बनी दो गुफाएं कई रहस्यों को अपने अंदर समेटी हुई हैं।
यहां है सिद्ध शिवलिंग और बारहमासी प्राकृतिक कुंड
नेवसा की गुफा में सिद्ध शिवलिंग स्थापित है। शिवलिंग के ठीक पीछे एक छोटा सा बारहमासी प्राकृतिक कुंड है। शिवलिंग की स्थापना जिले के तत्कालीन खेल अधिकारी रविकांत सिंह ठाकुर ने की थी। यहां सावन के महीने में मेले जैसा माहौल रहता है। सैकड़ों की संख्या में कांवड़िए शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए पहुंचते हैं। स्थानीय लोगों और पर्यटकों की मांग है कि नेवसा फॉल को पर्यटन की दृष्टि से संरक्षित किया जाना चाहिए। यहां सड़क, बिजली जैसी बुनियादी व्यवस्था की जाए। साथ ही बैठने के लिए गार्डन और आसपास के क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर करने के लिए डैम बनाना चाहिए।
कलेक्टर को मीडिया ने दी जानकारी, कलेक्टर बोले- जल्द संवारेंगे नेवसा की हालत
मीडिया ने जब कलेक्टर बी. कार्तिकेयन से बात की तो उन्होंने बताया कि नेवसा फॉल के लिए एक विशेष योजना तैयार की जा रही है। इसकी सुंदरता बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों से संपर्क किया जा रहा है। नेवसा फॉल को जल्द ही पर्यटन स्थलों में शामिल किया जाएगा, ताकि लोग प्रकृति के इस मनोरम दृश्य को देख सकें।
क्या हैं स्थानीय लोगों और पर्यटकों की मांग
- फॉल पहुंचने के लिए पक्की सड़क।
- स्थल के आसपास बिजली की व्यवस्था।
- गार्डन तैयार किया जाना चाहिए।
- परिसर में शौचालय का निर्माण।
- बेहतर अनुभव के लिए नेटवर्क व्यवस्था।
- जल संरक्षण के लिए बांध का निर्माण।