पवित्र अमरकंटक : विश्वामित्र के 50 शापित पुत्रों की शरणस्थली; अत्रि, पाराशर, भार्गव जैसे ऋषियों की कर्मभूमि
अ मरकंटक मेकलसुता रेवा का उद्गम स्थल है। यह पुण्य स्थली प्राचीन काल से ही ॠषि मुनियों की साधना स्थली रही है। वैदिक काल में महर्षि अगस्त्य के नेतृत्व में 'यदु कबीला' इस क्षेत्र में आकर बसा। वैदिक ग्रंथों के अनुसार विश्वामित्र के 50 शापित पुत्र भी यहां आकर बसे। उसके बाद अत्रि, पाराशर, भार्गव …