- देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले डिंडौरी जिले के पुलिस जवान बिहारी मरकाम और धीरज मरावी के परिजनों का एसपी संजय सिंह ने किया सम्मान
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी
डिंडौरी की यूनिफॉर्म फोर्स ने पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक में गुरुवार को राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस मनाकर नम आंखों के साथ वीर जवानों की कुर्बानी को याद किया। एसपी संजय सिंह की अगुवाई में एसडीओपी रवि प्रकाश कोल, डीएसपी विजय गोठरिया, होमगार्ड कमांडेंट ललित उद्दे, सिटी कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर चंद्रकिशोर सिरामे, रक्षित निरीक्षक संध्या ठाकुर, ट्रैफिक इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर राहुल तिवारी सहित जिला पुलिस बल के तमाम अधिकारी—कर्मचारियों ने सलामी देकर देश के जाबांजों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। एसपी संजय सिंह ने 01 सितंबर, 2020 से 31 अगस्त, 2021 तक देश की सेवा में प्राण समर्पित करने वाले 377 शहीदों का ससम्मान नाम पुकारकर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान हृदय की गहराइयों तक द्रवित कर देने वाला नजारा भी दिखा, जब एक शहीद के पिता पुष्पांजलि अर्पित करने के दौरान रोते-बिलखते हुए स्मारक के सामने गिर पड़े। इस पर एसपी तत्काल दौड़कर वहां पहुंचे और दुखी पिता का ढांढस बंधाया। बता दें कि कर्तव्य पालन के पथ पर प्राणों की आहुति देने वालों में डिंडौरी जिले के पुलिस जवान बिहारी मरकाम और धीरज मरावी का नाम भी शामिल है। कार्यक्रम में उनके परिजनों को भी सम्मानित किया गया। इस दौरान महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नर्मदा सिंद्राम, इंस्पेक्टर गिरवर सिंह उइके, सब-इंस्पेक्टर विधि पांडेय, सूबेदार कुंवर सिंह, एमटीओ मलखान सिंह सहित होमगार्ड अधिकारी और पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
क्यों मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस
भारत में हर साल 21 अक्टूबर को राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस (Police Commemoration Day) मनाया जाता है। इस दिन उन बहादुर पुलिसकर्मियों का स्मरण और सम्मान किया जाता है, जिन्होंने कर्तव्य की पंक्ति में प्राण न्यौछावर किए हैं। स्मृति दिवस वर्ष 1959 के उस दिन की याद दिलाता है, जब लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में चीनी सैनिकों ने 20 बीस भारतीय सैनिकों पर धोखे से कायराना हमला किया था। इसमें 10 भारतीय पुलिसकर्मियों की जान गई थी और 07 सात कैद हो गए थे।