हे! मां, इन्हें सद्बुद्धि दें | डिंडौरी के डेमघाट में शरारती तत्वों ने पब्लिक प्रॉपर्टी को पहुंचाया नुकसान, मां नर्मदा तट पर जगह-जगह पान-गुटखे की पीक और भारी गंदगी



डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी

डिंडौरी के डेमघाट में मां रेवा के दर्शन और पूजन-अर्चन को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं शरारती तत्वों की वजह से बुरी तरह बिगड़ रही हैं। हाल ही में कुछ नासमझ नागरिकों ने मां नर्मदा तट पर स्थित पब्लिक प्रॉपर्टी को जमकर नुकसान पहुंचाया है। श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बनी कंक्रीट चेयर्स और 'नमामि देवी नर्मदे' ग्लो शाइन बोर्ड के पास की रेलिंग टूटी पड़ी हैं। गैर जिम्मेदार लोगों ने कंक्रीट चेयर्स का बड़ा हिस्सा तक उखाड़ डाला है। जबकि जनसुविधा की वस्तुओं के उपयोग सहित देखरेख और सुरक्षा भी आमजन की ही जिम्मेदारी है। नर्मदा को मां कहने और मानने वाले शहर में कुछ लोग इतने नासमझ हैं कि तटों के आसपास गुटखा-पान खाकर थूकने से भी बाज नहीं आते। प्रशासन की लाख समझाइश और नर्मदा भक्तों के निवेदन के बावजूद लोग तटों पर बेझिझक गंदगी फैलाते हैं। ऐसे लोगों को यह समझना होगा कि मां रेवा का तट आस्था और भक्ति का केंद्र है, न कि कोई पार्क, जहां जब चाहा मनमुताबिक मूर्खता कर दी। नगर के जागरूक नागरिकों का कहना है कि बार-बार सख्त चेतावनी और प्रेमपूर्वक निवेदन के बाद भी लोग नासमझी दिखाते हैं। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि ऐसे शरारती तत्वों पर निगरानी रखकर सबक सिखाया जाए, ताकि लोगों को पब्लिक प्रॉपर्टी और साफ-सफाई का महत्व पता चल सके। साथ ही असंख्य भक्तों की आस्था का केंद्र मां नर्मदा के आसपास स्वच्छता बनी रहे। स्थानीय श्रद्धालुओं ने कहा कि ऐसे मंदबुद्धि लोगों को मां रेवा सद्बुद्धि दें। साथ ही भक्तों से भी आग्रह किया कि जल में पूजन सामग्रियों के अवशेष सहित अन्य अपशिष्ट प्रवाहित न करें। तटों को स्वच्छ रखने में आम नागरिक भी योगदान दें।




Comments
Unknown said…
बहुत ही निंदनीय कार्य किया चाहे जो भी हों पता किया जाकर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करना जरूरी है।अपराधिक प्रवत्ति के। लोगों पर नजर रखी जाए ।निवेदन।
Popular posts
श्रीऋणमुक्तेश्वर मंदिर कुकर्रामठ... यहां स्थापित शिवलिंग के दर्शन करने से मिलती है पितृ-देव-गुरु-ऋण से मुक्ति
Image
फैक्ट चैक | गलत अर्थ के साथ वायरल हो रहा श्रीरामचरित मानस का दोहा-चौपाई, बनारस के विद्वानों ने बताई सच्चाई
Image
सहस्त्रधारा... यहां राजा सहस्त्रार्जुन ने अपने एक हजार हाथों से की थी मां नर्मदा के प्रवाह को रोकने की कोशिश
Image
डिंडौरी | जिपं CEO विश्वकर्मा ने डिंडौरी सहित अमरपुर और करंजिया जपं CEO व AE को जारी किया शो-कॉज नोटिस, लेबर एंगेजमेंट में प्रगति न होने पर जताई सख्त नाराजगी
Image
रामगढ़... 1951 के बाद डिंडौरी कहलाया वीरांगना रानी अवंतीबाई का कर्मक्षेत्र
Image