DDN UPDATE | डिंडौरी में गहराता जलसंकट, परेशान होते आम लोग और बेपरवाह जिला प्रशासन; खिरसारी में पेयजल समस्या के चलते सड़क पर उतरे ग्रामीण, करीब दो घंटे बाधित रहा आवागमन

  • तहसीलदार बिसन सिंह ठाकुर, PHE विभाग के कार्यपालन यंत्री शिवम सिन्हा और कोतवाली पुलिस की समझाइश के बाद खुला डिंडौरी-समनापुर मार्ग



डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी

मोक्षदायिनी मां नर्मदा की गोद में बसे डिंडौरी जिले में गर्मियां शुरू होते ही पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। गहराते जलसंकट से आम लोग परेशान हो रहे हैं और जिला प्रशासन गहरी नींद में सोया हुआ है। फलस्वरूप अपनी मांगें मनवाने के लिए जनता को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं दिखाई नहीं देता। जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर दूर बसे ग्राम खिरसारी के नागरिकों ने मंगलवार को पेयजल आपूर्ति की मांग लेकर सड़क जाम कर दिया। उन्होंने जिला प्रशासन की नाकामी और विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का जमकर विरोध किया। समनापुर-डिंडौरी रोड पर खाली बर्तन रखकर स्थानीय लोगों ने अपना आक्रोश दिखाया। प्रदर्शन की वजह से करीब दो घंटे तक आवागमन बाधित रहा और कई वाहन फंसे रहे। आक्रोशित ग्रामीणों को शान्त करने के लिए तहसीलदार बिसन सिंह ठाकुर सहित PHE विभाग के कार्यपालन यंत्री शिवम सिन्हा और सिटी कोतवाली पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ा। उनकी समझाइश के बाद ग्रामीण शांत हुए और चक्काजाम समाप्त किया।



हैंडपंप से नहीं निकल रहा पानी, नलजल योजना भी सक्रिय नहीं

ग्रामीणों ने आरोप लगाए की गांव में यूं तो दर्जनों हैंडपंप हैं, लेकिन किसी भी हैंडपंप से पानी नहीं निकल रहा है। गांव में नलजल योजना भी सक्रिय नहीं है। परिणामस्वरूप रहवासियों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है। बीते दो महीने में पानी की समस्या को आधा दर्जन से अधिक प्रदर्शन हो चुके हैं। 13 मार्च को पुरानी डिंडौरी और औरई बायपास पर सैकड़ों नागरिकों ने चक्काजाम किया था। फिर किसलपुरी में भी यही घटना हुई। हाल ही में मेहंदवानी में महिलाओं ने केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रभारी मंत्री डॉ. मोहन यादव के वाहन को रोक लिया था। इसके बावजूद जिला प्रशासन पेयजल आपूर्ति के लिए समुचित प्रबंध नहीं कर रहा है।



PHE विभाग के कार्यपालन यंत्री ने पंचायत भवन में ग्रामीणों के साथ की बैठक

पेयजल समस्या को लेकर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के बीच पहुंचकर PHE विभाग के कार्यपालन यंत्री शिवम सिन्हा ने समझाइश दी। साथ ही पंचायत भवन में बैठक कर पेयजल आपूर्ति के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर निराकरण कराने का भरोसा दिलाया। शिवम ने कहा कि गांव को जलजीवन मिशन से जोड़कर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। समस्या का निराकरण तय समय-सीमा में न होने की दशा में ग्रामीणों ने और भी उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।




जाम में फंसे 108 वाहन और विद्यार्थियों को कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया

ग्रामीणों के प्रदर्शन के बीच 108 एंबुलेंस और कॉलेज स्टूडेंट्स फंस गए थे। उन्हें SI गंगोत्री तुरकर और कॉन्स्टेबल भगवती रावत की तत्परता से कड़ी मशक्कत के बाद जाम से सुरक्षित निकाला गया। करीब डेढ़ घंटे तक डिंडौरी-समनापुर मार्ग अवरुद्ध रहा, जो विभागीय अधिकारियों और पुलिस के दखल के बाद खोला गया।



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