- 17 फरवरी से बिना सूचना ड्यूटी से गायब हैं भवेदी, नहीं दी विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी, शो-कॉज नोटिस का भी नहीं दिया जवाब; निलंबन अवधि में कलेक्टोरेट में रहेंगे अटैच
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/जबलपुर
महिला एवं बाल विकास विभाग डिंडौरी के परियोजना अधिकारी त्रिलोक सिंह भवेदी को सरकारी कार्य में लापरवाही बरतने के कारण जबलपुर कमिश्नर चंद्रशेखर बोरकर ने निलंबित कर दिया है। कमिश्नर ने यह कार्यवाही कलेक्टर रत्नाकर झा के प्रतिवेदन पर की है, जिसमें कलेक्टर ने कहा था कि परियोजना अधिकारी ने उदिता, लालिमा, स्निप, पोषण माह, किशोरी बालिका, प्रधानमंत्री मातृवंदना, सांझा चूल्हा योजनाओं सहित तेजस्वनी समूहों की जानकारी प्रस्तुत नहीं की। इसलिए उन्हें शो-कॉज नोटिस जारी किया गया था। फिर भी उनकी कार्यशैली में कोई परिवर्तन नहीं हुए। साथ ही त्रिलोक सिंह भवेदी 17 फरवरी से लगातार बिना किसी सूचना के ड्यूटी से गैर हाजिर हैं। इसके लिए भी उन्हें शो-कॉज नोटिस जारी किया गया था, जिसका जवाब आज तक प्राप्त नहीं हुआ। परियोजना अधिकारी की लापरवाही और स्वेच्छाचारिता के कारण कलेक्टर ने उन्हें निलंबित करने का प्रस्ताव जबलपुर कमिश्नर को भेजा था, जिसे स्वीकार करते हुए IAS चंद्रशेखर बोरकर ने निलंबन आदेश जारी कर दिया। इसके अनुसार त्रिलोक सिंह भवेदी का मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम-1965 के नियम-3 के उल्लंघन का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में वह डिंडौरी कलेक्टोरेट में अटैच रहेंगे। उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता मिलता रहेगा।