- विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने परिजनों समेत पहुंचे मंदिर
- डिंडौरी के मां नर्मदा तटों और शिवालयों में सुबह से उमड़ी जिलेभर के भक्तों की भीड़
- भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत ने मित्रों के साथ किया देवों के देव का पूजन-अर्चन
- भक्तों ने बाबा के दर पर माथा टेककर मांगा डिंडौरी जिले की खुशहाली का आशीर्वाद
- श्रीरामघाट (लक्ष्मण मंडप) पर श्रद्धालुओं ने कन्या भोज, भजन-कीर्तन कर लिया पुण्यलाभ
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/समनापुर
डिंडौरी जिले के समनापुर ब्लॉक के कुकर्रामठ गांव स्थित ऐतिहासिक श्रीऋणमुक्तेश्वर मंदिर का ताला कोरोनाकाल के बीच गुरुवार को महाशिवरात्रि पर्व पर करीब एक साल बाद खोला गया। मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिलते ही जिलेभर के श्रद्धालु आस्था-भक्ति के साथ भगवान शिव की पूजा करने पहुंचे। डिंडौरी भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत भी मित्रों के साथ मंदिर पहुंचे और भोलेनाथ का पूजन-अर्चन कर जिले की खुशहाली की कामना की। मंदिर के पुजारी पांडेय परिवार ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर जिले के दूर-दराज के गांवों के भक्तों ने मंदिर में महादेव की पूजा-अर्चना कर जल चढ़ाया। पिछले साल महाशिवरात्रि पर मंदिर बंद होने के कारण श्रद्धालुओं ने पाइप के जरिए जल चढ़ाया था। पुरातन मान्यता है कि मंदिर में विधिविधान से शिवलिंग की पूजा और जल अर्पित करने से भक्तों पितृ-गुरु-देव ऋण और कर्जे से मुक्ति मिलती है।
मंदिर परिसर में स्थानीय ग्रामीणों की ओर से जिले के सुख, शांति और समृद्धि के लिए आयोजित अखंड श्रीराम कीर्तन का आज कन्या पूजन और विशाल भंडारे के साथ समापन भी किया गया। डिंडौरी के मां नर्मदा गंज स्थित डेमघाट सहित नगर के विभिन्न तटों और शिवालयों में भी सुबह से भक्तों की भीड़ रही। जिले के विभिन्न क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने मां रेवा में डुबकी लगाकर आदिदेव शिव पर जलार्पण किया। वहीं, ग्राम कोहका क्षेत्र में श्रीरामघाट (लक्ष्मण मंडप) पर भी भजन-कीर्तन, कन्या भोज, श्रीसत्यनारायण कथा, शिव जलाभिषेक कर श्रद्धालुओं ने पुण्यार्जन किया। शहपुरा ब्लॉक में मालपुर संगम तट और कुटरई घाट पर भी नागरिकों ने पूजन-अर्चन कर विश्व के कल्याण की मंगलकामना की।
Photo Courtesy | Dashrath Singh Rathore