डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/गाड़ासरई
डिंडौरी जिले के ग्राम गाड़ासरई में बुधवार को अखंड सौभाग्य का प्रतीक पर्व करवा चौथ मनाया। महिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जिलाध्यक्ष संतोषी साहू सहित क्षेत्र की महिलाओं ने परंपराओं का निर्वहन करते हुए दिनभर निराहार रहकर सुहाग की लंबी उम्र के लिए ईश्वर से आशीर्वाद मांगा। इस माैके पर रश्मि साहू, संध्या साहू, खुशबू साहू, रागिनी ठाकुर, संगीता साहू, राज कुमारी, नेहा साहू, प्रीति साहू, ज्योति साहू, अपेक्षा साहू, अर्पिता साहू, सुलेखा साहू आदि ने विधान के अनुसार पूजन कर चलनी से पति की सूरत निहारी और व्रत पूरा किया।
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करवा चौथ व्रत का पौराणिक महत्व
इस व्रत में भगवान शिव शंकर, माता पार्वती, कार्तिकेय, गणेश और चंद्र देवता की पूजा-अर्चना करने का विधान है। करवा चौथ की कथा सुनने से विवाहित महिलाओं का सुहाग बना रहता है। व्रतियों को सुख, शान्ति, समृद्धि और सन्तान सुख मिलता है। महाभारत में भी करवा चौथ महात्म्य पर एक कथा का उल्लेख मिलता है। भगवान श्रीकृष्ण ने द्रौपदी को करवा चौथ की कथा सुनाते हुए कहा था कि पूर्ण श्रद्धा और विधि-पूर्वक यह व्रत करने से समस्त दु:ख दूर होते हैं और जीवन में सुख-सौभाग्य व धन-धान्य की प्राप्ति होती है। भगवान श्रीकृष्ण की आज्ञा मानकर द्रौपदी ने भी करवा चौथ का व्रत रखा था। व्रत के प्रभाव से ही अर्जुन सहित पांचों पांडवों ने महाभारत के युद्ध में कौरवों की सेना को पराजित कर विजय हासिल की थी।