डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/भोपाल
नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान भले ही धरती पर कई गतिविधियां पूर्णत: बंद हों, लेकिन आसमान में कई तरह की दुर्लभ घटनाएं आसानी से देखी जा सकती हैं। अच्छी बात यह है कि इन्हें देखने के लिए आपको न तो घर से कहीं दूर जाना पड़ेगा, न ही सोशल डिस्टेंसिंग का रूल तोड़ना पड़ेगा। ये घटनाएं क्या हैं, कब होंगी और कैसे होंगी... बता रही हैं भोपाल की नेशनल अवॉर्डी साइंस कम्युनिकेटर सारिका घारू।
सारिका बताती हैं, सूर्यास्त के बाद पश्चित दिशा में शुक्र ग्रह की बांई ओर कालपुरुष या ओरियन तारामंडल के दुर्लभतम दृश्य को दो घंटे तक देखा जा सकता है। इसे शिकारी तारामंडल भी कहते हैं। इसमें दर्जनों तारे टिमटिमाते नजर आते हैं, लेकिन मुख्य रूप से सात तारे दिखते हैं। इस तारामंडल में तेजी से चमकने वाले तीन तारे एक सीधी रेखा में दिखते हैं, जिसे कालपुरुष का बेल्ट कहते हैं। आकाश के 25 सर्वाधिक चमकने वाले तारों में से तीन ओरियन में पाए जाते हैं। इनको मिलाकार एक मनुष्य की संरचना की कल्पना की जा सकती है, जिसके उठे हुए हाथ एक क्लब को पकडे़ नजर आते हैं। दूसरे हाथ में शेर की खाल है। इतिहास में कई सभ्यताओं ने आकाश में तारों के बीच कल्पित रेखाएं खींचकर कुछ आकृतियों की कल्पना की है। इन्हें विभिन्न तरह के नाम दिए गए हैं। इसके दाहिने कंधे का नारंगी रंग का बेटेल्ग्यूज अल्फा सितारा है, जिसे भारत में आर्द्रा नक्षत्र कहते हैं। धरती से इसकी दूरी 624 प्रकाश वर्ष है। दूसरा प्रमुख तारा रीगल है, जो 772 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है।