- उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मंडला के रामनगर में किया दो दिनी आदिवासी महोत्सव का शुभारंभ, बोले- बहुत समृद्ध है इस क्षेत्र की आदिवासी सभ्यता और परंपराएं
- मंडला सांसद व केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, डिंडौरी विधायक व आजाक मंत्री ओमकार सिंह मरकाम समेत देश की कई राजनैतिक शख्सियतें रहीं मौजूद
डीडीएन रिपोर्टर | मंडला/डिंडौरी
मंडला के रामनगर किले में आयोजित दो दिवसीय आदिवासी महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को देश के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने किया। उन्होंने कहा, इस क्षेत्र की आदिवासी सभ्यता और परंपराएं बहुत समृद्ध व संपन्न हैं। इन्हें सहेजकर रखने की जरूरत है। महोत्सव में 15 फरवरी को डिंडौरी जिले के आदिवासी कलाकारों का बोलबाला रहा। कलाकारों ने जिले की खासियतों को समेटे लोकनृत्यों की दिलकश प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। डिंडौरी के कांग्रेस विधायक और जनजातीय कार्य व आजाक मंत्री ओमकार सिंह मरकाम, मंडला भाजपा सांसद व केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद संपतिया उईके, विधायक देवसिंह सैयाम समेत देश के कई राजनैतिक लोग इस अवसर के गवाह बने। महोत्सव का समापन 16 फरवरी को त्रिपुरा के उप मुख्यमंत्री विष्णुदेव वर्मा की उपस्थिति में होगा।डिंडौरी के विभिन्न क्षेत्रों के जनजातीय कलाकारों की प्रस्तुति ने लगाया महोत्सव में चार चांद
आदिवासी महोत्सव की पहली शाम डिंडौरी के कलाकारों के नाम रही। डिंडौरी के धुलिया दल ने गुदुम बाजा नृत्य, चांड़ा के कलाकारों ने बैगानी लोकनृत्य, मेढ़ाखार के दल ने करमा-सैला व गुदुम शैली नृत्य, आदिवासी लोक नर्तक दल डिंडौरी ने बौना लोकनृत्य और लालपुर के कलाकारों ने सैला नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति दी। इसी क्रम में राजस्थान के जनजातीय कलाकारों ने चकरी, चरी और घूमर नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं, मोहगांव के कलाकारों की ओर से सैला, करमा व गौंड़ी नृत्य, बिछिया के कलाकारों ने नगाड़े की थाप पर बैगा नृत्य, निवास के कलाकारों ने रीना व करमा नृत्य, बालाघाट के आदिवासी नर्तक दल ने गौंड़ी नृत्य की रोचक प्रस्तुति दी। उपराष्ट्रपति ने नवाया डिंडौरी-मंडला के आदिवासी जननायकों के स्मारक पर माथा, चढ़ाए फूल
कार्यक्रम में दोपहर के सत्र में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद संपतिया उइके आदि ने मंडला में स्थित क्षेत्र के आदिवासी जननायकों के स्मारक पर माथा नवाया। स्मारक पर फूल अर्पित कर अपनी ओर से श्रद्धांजिल अर्पित की। यहां उपराष्ट्रपति ने कहा, डिंडौरी और मंडला के लोग खुशनसीब हैं कि उन्हें ऐसे जननायक मिले, जिन्होंने अपने क्षेत्र और समाज के लिए अपना न्योछावर किया है।