- डिंडौरी को 'नक्सल प्रभावित' जिले का दर्जा मिलते ही थाना बजाग, करंजिया और समनापुर क्षेत्र में पुलिस ने तेज किए सुरक्षा-संचार के इंतजाम
- ग्राम गौराकन्हारी, गोपालपुर, अजगर, ढाबा, चांड़ा, अधचरहा और चौरादादर वनक्षेत्र का मुआयना कर चिह्नित की चौकी के लिए उपयुक्त जमीन
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी
डिंडौरी SP संजय कुमार सिंह और ASP विवेक कुमार लाल ने पुलिस-वन विभाग की टीम के साथ शनिवार को समनापुर ब्लॉक के गौराकन्हारी, गोपालपुर, अजगर, ढाबा, चांड़ा, अधचरहा, चौरादादर आदि वनक्षेत्रों का मुआयना किया। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से पुलिस चौकी के लिए उपयुक्त जमीन भी देखी। 01 जुलाई को डिंडौरी को 'नक्सल प्रभावित' जिले का दर्जा मिलते ही पुलिस ने संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी है। SP संजय सिंह नक्सल गतिविधियों पर पैनी नजर रख रहे हैं। वह टीम के साथ समय-समय पर जिले के कोने-कोने का दौरा करते रहते हैं। इसी क्रम में आज छत्तीसगढ़ और मंडला जिले की सीमा से लगे क्षेत्रों पर पुलिस व वन विभाग के अफसरों ने काफी समय बिताया। उन्होंने बताया कि यहां नक्सलियों की उपस्थिति की जानकारी मिल रही थी। अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावित स्थानों पर सख्ती बढ़ाकर सुरक्षा और संचार साधनों का इंतजाम किया जाएगा। गौराकन्हारी, चांड़ा और चौरादादर में पुलिस चौकी खोलने की शुरुआत हो चुकी है। ASP विवेक लाल ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए वन विभाग के साथ जंगल में स्थायी कैंप बनाकर मोर्चे और गश्त की व्यवस्था भी की जाएगी। जिले के दुर्गम क्षेत्रों में रोजगार, शिक्षा, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सड़क सहित मूलभूत सुविधाएं जुटाने की दिशा में काम प्रगति पर है। केंद्र सरकार की सिक्योरिटी रिलेटेड एक्सपेंडिचर (SRE) स्कीम में जिले की सुरक्षा और विकास के लिए विशेष आर्थिक पैकेज का प्रावधान है। छत्तीसगढ़ और मंडला जिले की नक्सली सीमा से सटे बजाग, करंजिया व समनापुर क्षेत्र को 'विशेष सुरक्षा श्रेणी' में रखा गया है।
CRPF, हॉक फोर्स और एजेंसीज से मदद लेगी पुलिस
SP संजय सिंह ने करंजिया थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर हरिशंकर तिवारी, इंस्पेक्टर राजेंद्र बिसेन, समनापुर थाना इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर उमाशंकर यादव, बजाग इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर वेदराम हिनौते, वन परिक्षेत्र अधिकारी विष्णु पटेल, डिप्टी रेंजर अजय पाल सहित पुलिस बल की मौजूदगी में सभी जरूरी मुद्दों पर बात की और मिलकर काम तेज करने के निर्देश दिए। इसमें CRPF, हॉक फोर्स और सिक्योंरिटी एजेंसीज से भी मदद ली जाएगी।