- कुल 72 पृष्ठीय पत्रिका में आदिम जनजातियों की परंपरा और संस्कृति पर केंद्रित डॉ. चौरसिया का सारगर्भित लेख भी समाहित
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/नई दिल्ली
नई दिल्ली से प्रकाशित कला और साहित्यिक पत्रिका 'कलाकयात्रा' के दूसरे अंक का वर्चुअल लोकार्पण शनिवार को फेसबुक पेज Anuragyam पर किया गया। इसमें डिंडौरी जिले के गाड़ासरई निवासी जनजातीय विशेषज्ञ डॉ. विजय चौरसिया स्पेशल के रूप में कनेक्ट हुए। कुल 72 पृष्ठीय पत्रिका में आदिम जनजातियों की परंपरा और संस्कृति पर केंद्रित डॉ. चौरसिया का सारगर्भित लेख भी समाहित है। इसमें पाठकों को मध्यप्रदेश की जनजातियों की विशेषताओं का वर्णन पढ़ने को मिलेगा। वर्चुअल लोकार्पण के मौके पर महान रंगकर्मी स्व. हबीब तनवीर की बेटी और प्रदेश की जानीमानी लोकगायिका नगीन तनवीर चीफ गेस्ट थीं। अन्य अतिथियों के रूप में पत्रिका की मुख्य संपादक डॉ. तरुणा माथुर, उदयपुर से मशहूर चित्रकार 'ब्लू मैन' शरद भारद्वाज, अहमदाबाद से अंतरराष्ट्रीय हिंदी भाषा प्रचारक मधु प्रसाद और भोपाल से वरिष्ठ कला समीक्षक विनय उपाध्याय भी कनेक्ट हुए।डॉ. विजय चौरसिया ने बताया कि पत्रिका में प्रदेश के संग्रहालय, रंगमंच, खानपान, लोक जीवनशैली, लोक गीत, लोक नृत्य आदि की जानकारी सहित कविताओं और चित्रकारी का अनोखा संगम भी मिलेगा। पत्रिका की सामग्री हर वर्ग के पाठक की रुचि को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। इसमें देश के 24 कला-संस्कृति विशेषज्ञों और उभरते बाल कलाकारों द्वारा लिखित पाठ्य सामग्री का संकलन है। बता दें कि देश के सुपरिचित जनजातीय विशेषज्ञ हैं। इस विषय पर उनकी 08 किताबों सहित राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में दर्जनों जरनल्स प्रकाशित हो चुके हैं।