Pride Of Dindori | शहडोल DSP के रूप में नशे के कारोबारियों, सट्‌टेबाजों और जालसाजों को जेल भेज रहीं शहपुरा की सोनाली गुप्ता; नाबालिगों को घर तक पहुंचाया, करोड़ाें का सट्‌टा पकड़ा

  • शहपुरा क्षेत्र की यंगेस्ट लेडी DSP हैं सोनाली, 2013 में MPPSC में पहले ही प्रयास में पाई सफलता
  • 11 महीने वित्त विभाग में सहायक संचालक रहने के बाद 2016 में शहडोल में बनीं ट्रेनी DSP


डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/शहडोल/शहपुरा

बचपन से ही पुलिस सेवा में भर्ती होने का ख्वाब देखने वाली शहपुरा की सोनाली गुप्ता आज शहडोल DSP हैं। वह नशे के कारोबारियों, सट्‌टेबाजों, चिटफंड फ्रॉडस्टर्स सहित अन्य अपराधों से जुड़े गुनहगारों के लिए खौफ का दूसरा नाम बन चुकी हैं। पुलिस सेवा में काफी कम समय में ही सोनाली ने प्रदेश स्तर तक छाप छोड़ी है। उन्होंने दर्जनों लापता किशोरियों को ढूंढ़कर परिजनों तक पहुंचाया है। दो करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत के IPL सट्‌टे का पर्दाफाश कर आरोपियों को उनकी सही जगह पहुंचाई है। वह फिलहाल शहडोल में वुमन क्राइम सेल में DSP का दायित्व निर्वहन कर रही हैं। उन्होंने बताया, वह बचपन से ही खाकी वर्दी पहनकर देश की सेवा करने का सपना रखती थीं। उनकी सोशल मीडिया पर प्रोफाइल फोटाे में पुलिस यूनिफॉर्म में बचपन की तस्वीर अपलोड है। उन्होंने 2013 में पहले ही प्रयास में MPPSC पास कर अपना सपना पूरा किया। करीब 11 महीने वित्त विभाग में सहायक संचालक के रूप में सेवाएं देने के बाद सोनाली को 2016 में शहडोल में ट्रेनी DSP का दायित्व संभाला।

ग्रामीणों को चिटफंड कंपनियों के फ्रॉड से निकाला

सोनाली ने पोस्टिंग एरिया के गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को चिटफंड कंपनियों के फ्रॉड से आजाद कराया। उन्होंने बताया कि वह माेरल पुलिसिंग पर भरोसा करती हैं। उनकी अलग कार्यशैली के कारण उन्हें पुलिस हेडक्वार्टर में अवॉर्ड भी हासिल हो चुका है। फिलहाल वह वुमन क्राइम सेल में रहकर महिलाओं से जुड़ी पुरानी फाइलों पर भी काम कर रहीं हैं। सोनाली कहती हैं कि कम उम्र में ही उनके सिर से पिता का साया छिन गया था। मां लता गुप्ता और बड़े भाई अर्पण गुप्ता ने आगे की परवरिश की। वह स्कूल के दिनों से ही स्काउट-गाइड और खेलकूद गतिविधियों में भी लगातार सक्रिय रहीं।

मानव तस्करों पर बड़ी कार्रवाई को दिया अंजाम

सोनाली ने बताया कि थाना संभालते ही ग्रामीण क्षेत्रों से किशोरियों के लापता होने की खबरें आ रही थीं। एक खबर मिली कि 07 आदिवासी नाबालिगों और 04 महिलाओं को नौकरी व शादी का झांसा देकर एक युवक विदिशा ले गया है। मानव दुव्यवहार की शिकायत मिलते ही सोनाली ने जांच शुरू कर दी और आरोपी को गिरफ्तार कर नाबालिग लड़कियों और महिलाओं को दस्तयाब किया। इस काम के लिए उन्हें पुलिस हेड क्वार्टर की ओर से एप्रिसिएशन लैटर भी मिला। इसी दौरान उन्हें गोहपारू थाने का प्रभार मिल गया। लॉकडाउन के दौरान भी सोनाली ने 05 अपहृत बच्चों को खोज निकाला और परिजनों के हवाले किया। वुमन क्राइम सेल में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने IPL का करोड़ाें का सट्‌टा पकड़ा।

👉 सोनाली की शुरुआती शिक्षा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शहपुरा में पूरी हुई। वह शासकीय स्नातक महाविद्यालय, शहपुरा से गोल्ड मैडलिस्ट इन बीए हैं। साथ ही रानी दुर्गावती विवि, जबलपुर से एमए (इंग्लिश लिट्ररेचर) की पढ़ाई भी पूरी की है।

 

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