BIG BREAKING | शहपुरा एसडीएम और नायब तहसीलदार पर रिश्वत मांगने का आरोप, पीड़ित जेसीबी मशीन मालिक ने थाने में की लिखित शिकायत

  • वीडियो में देखें जिले के जिम्मेदार पदों पर बैठे गैर जिम्मेदार अफसर रंगेहाथ पकड़े जाने पर किस तरह मौके से हुए फरार..?  

  • डिंडौरीडॉटनेट के डीएनई भीमशंकर साहू और राज एक्सप्रेस शहपुरा के ब्यूरो चीफ काशी अग्रवाल ने आधी रात को किया स्टिंग ऑपरेशन, तब सामने आई सच्चाई

  • इससे पहले राई के निलंबित पटवारी ने भी डिंडौरी कलेक्टर से की थी एसडीएम महेश मंडलोई और नायब तहसीलदार ऋषभ ठाकुर के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत


डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/शहपुरा


शहपुरा एसडीएम महेश मंडलोई और नायब तहसीलदार ऋषभ ठाकुर के खिलाफ मंगलवार की देर रात जिले के जेसीबी मशीन मालिक नदीम खान ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए शहपुरा थाने में लिखित शिकायत दर्ज की है। नदीम के मुताबिक वह राजस्थान के भरतपुर जिले के बिलंग तहसील का निवासी है और वर्तमान में डिंडौरी जिले में जेसीबी से जुड़े काम करता है। वह डुंडीसरई गांव में किसी किसान के खेत से वह रात में मेढ़-बंधान का काम करके लौट रहा था। उसने बताया, कंचनपुर-बांकी के बीच शहपुरा एसडीएम महेश मंडलोई और नायब तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने उसकी जेसीबी मशीन रुकवाई और 25 हजार रुपए की मांग की। रुपए न देने पर आरोपित अधिकारियों ने जेसीबी मालिक को मशीन सील करने की धमकी दी। नदीम खान ने पूर्व में कर्ज लेकर 20,500 रुपए वाहन के चालान स्वरूप एसडीएम और नायब तहसीलदार के कहने पर उनके संपर्क के एक पटवारी को दे दिया था। बाकी के 4500 रुपए न देने पर उसकी जेसीबी मशीन को शहपुरा के बटौंधा तिराहे के पास खड़ा करा दिया गया। एक ओर पूरा जिला प्रशासन कोविड-19 के संक्रमण से जूझ रहे जिले को बचाने के लिए दिनरात जी-तोड़ मेहनत कर रहा है। वहीं, दूसरी ओर जिले के जिम्मेदार पदों पर बैठे ये अधिकारी बीते कई दिन से खुलेआम रिश्वत का खेल खेलने में व्यस्त हैं। ऐसे में आम जनता इन अधिकारियों से न्याय की उम्मीद कैसे कर सकती है..!!


जिले के दो होनहार पत्रकारों ने स्टिंग ऑपरेशन कर उजागर की अफसरों की करतूत


सरेराह रिश्वत मांगने के इस मामले का खुलासा डिंडौरीडॉटनेट के डीएनई भीमशंकर साहू और राज एक्सप्रेस शहपुरा के ब्यूरो चीफ काशी अग्रवाल ने आधी रात को स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से किया। दोनों पत्रकारों को घटना की भनक लगते ही पटवारी ने एसडीएम को फोन करके अलर्ट कर दिया। इतने में नायब तहसीलदार की गाड़ी पर सवार एसडीएम मंडलोई और नायब तहसीलदार ऋषभ ठाकुर बटौंधा चौराहे के पास पहुंच गए और पटवारी को गाड़ी में बिठाकर चंपत हो गए। पत्रकारों ने उन्हें रोकते हुए कहा, सर! मामला संगीन है.. आप लोगों को जवाब देना होगा... पीड़ित के पैसे पटवारी ने रखे हैं। उसका पैसा लौटा दीजिए... लेकिन नायब तहसीलदार ऋषभ ठाकुर गाड़ी चलाते हुए हड़बड़ाहट में एसडीएम और पटवारी को लेकर मौके से फरार हो गए। इसके बाद जेसीबी मशीन चालक नदीम खान ने घटना की लिखित शिकायत शहपुरा थाने में दर्ज कराई है। शिकायत लिखकर पुलिस ने पीड़ित नदीम को घटना की निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया है।



उल्लेखनीय है कि इन अधिकारियों के खिलाफ कुछ ही दिन पहले राई के निलंबित पटवारी सोहनलाल साहू ने भी सीएम, सांसद और कलेक्टर को लिखित शिकायत की थी। सोहन ने कुछ साक्ष्यों के आधार पर आरोप लगाया था कि शहपुरा एसडीएम महेश मंडलोई और नायब तहसीलदार ऋषभ ठाकुर ने उनसे 40-50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। रिश्वत न देने पर सोहनलाल को एसडीएम चैंबर में 03 घंटे तक बंधक बनाकर रखा था। 


मीडिया के पहुंचते ही वाहन सहित भागे आरोपित अधिकारी, देखें वीडियो...



जेसीबी चालक ने कैमरे के सामने लगाए अफसरों पर आरोप, देखें वीडियो...



जेसीबी चालक ने शहपुरा थाने में दर्ज कराई लिखित शिकायत, देखें वीडियो...



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