विश्व विरासत दिवस विशेष

डिंडौरी की बेमिसाल विरासतें


डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी


18 अप्रैल वर्ल्ड हेरिटेज डे है। साल 2019 की थीम 'हिस्ट्री एंड सिग्निफिकेंस ऑफ द डे' रखी गई है। देश-दुनिया में न जाने कितनी ऐसी दुर्लभ चीजें हैं, जिन्हें 'वर्ल्ड हेरिटेज' कहा जाता है। ताजमहल, खजुराहो मंदिर, अजंता-ऐलोरा, सूर्य मंदिर कोणार्क, फतेहपुर सीकरी, सांची बौद्ध मंदिर समेत कई ऐसी जगहें हैं, जिन्हें विश्व विरासत का दर्जा मिला है। इनके बारे में लगभग सभी लोग जानते हैं, लेकिन मध्यप्रदेश के डिंडौरी जिले में भी कई ऐसी दुर्लभतम जगहें हैं, जो विश्व विरासत से किसी मायने में कम नहीं हैं। भले ही इन्हें 'वर्ल्ड हेरिटेज साइट' का रुतबा हासिल न हो। वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर डिंडाैरीडॉटनेट आपको उन्हीं जगहों की सैर पर ले जा रहा है। ...तो आइए, चलते हैं और देखते हैं डिंडौरी जिले की उन बेमिसाल विरासतों की खासियतें।



01 . साढ़े 6 करोड़ साल पुराना घुघुवा नेशनल फॉसिल्स पार्क


घुघुआ के जीवाश्म रिकॉर्ड में मुख्य रूप से शीर्ष त्रेता युग के सबसे पुराने क्रेटेशियस से संबंधित पौधे हैं, जो 65 मिलियन वर्ष पुराने हैं। यह सप्ताह के सभी दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुला रहता है।


कहां स्थित है : जिला मुख्यालय से 65 किमी और शहपुरा से 14 किमी दूर।


खोज कब हुई : 1970 में एसओ डॉ. धर्मेंद्र प्रसाद ने की थी।


और क्या है यहां : पौधों की 18 फैमिलीज से संबंधित 31 पीढ़ियां।


कब बना नेशनल पार्क : 1983 में इसे नेशनल पार्क का दर्जा हासिल हुआ था।



02 . ब्लैग बग पार्क : जिला मुख्यालय डिंडौरी से करीब 20 किमी दूर स्थित कारोपानी में काफी संख्या में 
कृष्ण मृग यानि काले हिरण पाए जाते हैं। यह एक वन ग्राम है, जिसकी देखरेख मप्र फॉरेस्ट डिपार्टमेंट करता है।

03 . देवनाला फॉल : यह डिंडौरी से 22 किमी दूर मंडला-डिंडौरी रोड पर सक्का के पास ग्राम कचनारी में स्थित है। 
यहां पानी एक पहाड़ी के नीचे बने शिवलिंग पर गिरता है। पानी के कटाव के कारण पहाड़ी v शेप में दिखाई देती है।

04 . नेवसा फॉल : यह डिंडौरी से करीब 15 किमी दूर घुघरी रोड पर स्थित है। इसे आदिदेव शिव की पूजास्थली माना जाता है। 
बारिश के मौसम में यह स्थान काफी मनोरम हो जाता है। यहां सप्तऋषियों द्वारा तप के साक्ष्य भी मिलते हैं।

05 . स्पेशल बैंबू वर्क : डिंडौरी जिले का बैंबू वर्क काफी फेमस है। यहां के कारीगर बांस से कई प्रकार के हाउसहोल्ड बनाते हैं, 
जिन्हें देश-दुनिया के फाइव-सेवन स्टार होटलों के इंटीरियर में प्रमुखता से उपयोग किया जाता है।

06 . अनोखी चित्रकारी का गढ़ पाटनगढ़ : पाटनगढ़ पेंटिंग्स न केवल भारत बल्कि अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया में भी फेमस हैं। 
यहां गांव के सभी लोग चित्रकारी में विशेष महारत रखते हैं।

07 . डगोना फॉल यानी मिनी भेड़ाघाट : डिंडौरी से 85 किमी दूर स्थित डगोना फॉल को मिनी भेड़ाघाट भी कहते हैं। 
अंग्रेजी में 'डगोना' का अर्थ है 'Cross a river in a single jump.'


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