Big Achievement | नेशनल डिफेंस एकेडमी की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर लेफ्टिनेंट बने डिंडौरी के होनहार युवा दिव्यांश जैन, 7.8 रैंक के साथ हासिल किया सेना का टॉर्च मैडल

  • इलाहाबाद जोन से NDA में सिलेक्ट होने वाले एकमात्र डिविजनल कैडेट कैप्टन हैं दिव्यांश, जिलेवासियों ने दी शुभकामनाएं

  • 07 नवंबर को शाम 06:45 बजे डीडी-1, डीडी भारती और यूट्यूब पर किया जाएगा पासिंग आउट परेड का लाइव टेलीकास्ट



डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी


डिंडौरी जिले के नाम आज एक और बड़ी मूल्यवान उपलब्धि जुड़ गई है। नगर के होनहार युवा दिव्यांश जैन ने भारत की सबसे कठिन जॉइंट सर्विसेस में से एक नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA), पुणे की ट्रेनिंग सफलतापूवर्क पूरी कर ली है। दिव्यांश ने अपनी सक्सेस का क्रेडिट पिता दिनेश जैन (गन्नू भैया) और मां शिल्पा जैन को दिया है। वह 07 नवंबर को लेफ्टिनेंट का ओहदा लेकर पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेंगे। परेड का लाइव टेलीकास्ट शनिवार को शाम 06:45 बजे डीडी-1, डीडी भारती और यूट्यूब पर किया जाएगा। दिव्यांश ने डिंडौरीडॉटनेट से बातचीत में कहा कि उनके मन में बचपन से ही इंडियन आर्मी का हिस्सा बनकर भारत की सेवा करने की ललक थी। NDA की ट्रेनिंग पूरी कर वह काफी खुश हैं। साथ ही देश के लिए योगदान देने को लेकर उत्साहित भी हैं।




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मदर टेरेसा स्कूल डिंडौरी में की शुरुआती पढ़ाई


06 दिसंबर 1999 को जन्मे दिव्यांश ने नगर के मदर टेरेसा स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की है। इसके बाद कंप्यूटर इंजीनियर की डिग्री हासिल की। उन्होंने महज 18 साल की उम्र में NDA का एक साल का कोर्स कर लेफ्टिनेंट बनने का माइलस्टोन हासिल किया। दिव्यांश इलाहाबाद जोन से NDA में सिलेक्ट होने वाले एकमात्र डिविजनल कैडेट कैप्टन (DCC) हैं। उन्होंने बैच में 7.8 रैंक के साथ सेना का टॉर्च मैडल प्राप्त किया है। दिव्यांश ने बताया कि वह एयर फोर्स का फाइटर प्लेन उड़ाने की योग्यता भी रखते हैं। दिव्यांश की उपलब्धि पर डिंडौरीडॉटनेट सहित तमाम जिले की ओर से शुभकामनाएं। 



क्यों खास है नेशनल डिफेंस एकेडमी


NDA इंडियन आर्म्ड फोर्स की एक जॉइंट सर्विस एकेडमी है, जहां तीनों थलसेना, नौसेना और वायु सेना के कैडेट्स को उनकी संबंधित सेवा अकादमी के पूर्व-कमीशन प्रशिक्षण में जाने से पहले साथ-साथ प्रशिक्षित किया जाता है। एकेडमी महाराष्ट्र में पुणे के करीब खड़कवासला में स्थित है। जब से अकादमी की स्थापना हुई है, तब से NDA के एक्स स्टूडेंट्स ने सभी बड़ी मोर्चाओं का नेतृत्व किया है। इसमें भारतीय थलसेना को कार्यवाही के लिए आमंत्रित किया जाता रहा है। एक्स स्टूडेंट्स में 03 परमवीर चक्र और 09 अशोक चक्र विजेता सेनानी शामिल हैं। कैडेट्स को छह सेमेस्टर की अवधि में एकेडमिक के अलावा कठिन फिजिकल ट्रेनिंग लेना अनिवार्य है। एकेडमी में कैडेट्स को स्मॉल आर्म्स ट्रेनिंग के साथ ही पैरा ग्लाइडिंग, कयाकिंग-केनोइंग, वॉटर सर्फिंग, फेंसिंग, हॉर्स राइडिंग, मार्शल आर्ट, शूटिंग, स्कीइंग, स्काय डाइविंग, रॉक क्लाइम्बिंग आदि में भी निपुण किया जाता है।



आप कैसे पा सकते हैं NDA में एंट्री


NDA में यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की ओर से आयोजित लिखित परीक्षा के माध्यम से सिलेक्ट किया जाता है। सिलेक्शन के बाद एप्लिकेंट्स को मेडिकल चैकअप और डीटेल्ड इंटरव्यू का सामना करना पड़ता है। इसमें सामान्य योग्यता, मनोवैज्ञानिक परीक्षण, टीमवर्क स्किल, शारीरिक-सामाजिक कौशल आदि की परख की जाती है। आने वाली कक्षाओं को साल में दो बार स्वीकार किया जाता है और सेमेस्टर की शुरुआत जुलाई व जनवरी में होती है। लिखित परीक्षा में देशभर से तीन लाख से अधिक स्टूडेंट्स शामिल होते हैं। इनमें से करीब 10,000 स्टूडेंट्स को इंटरव्यू के लिए चुना जाता है। हर सेमेस्टर में 300 से 350 कैडेट्स चुने जाते हैं। वहीं, करीब 40 को एयर फोर्स, 50 को नेवी और शेष कैडेट्स का सिलेक्शन आर्मी के लिए होता है। अगर आप भी NDA में जाने का सपना रखते हैं तो खुद को मानसिक-शारीरिक रूप से परफेक्ट फिट रखें और UPSC की कसौटियों के अनुसार खुद को तैयार करें। अधिक जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट www.nda.nic.in पर लॉगऑन कर सकते हैं।



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