MORAL POLICING | अहमदाबाद से सात प्रदेशों की यात्रा पर निकली बस डीजल खत्म होने पर डिंडौरी में रुकी, मैनेजर ने यात्रियों पर बनाया ईंधन खर्च देने का दबाव; कोतवाली पुलिस ने यात्रियों को थाना परिसर में चाय-नाश्ता कराकर सकुशल किया रवाना



डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी

अहमदाबाद से लंबी यात्रा पर निकले 40 नागरिक शुक्रवार को डिंडौरी से पुलिस की सकारात्मक और मानवीय छवि लेकर वापस लौटे। दरअसल, सात प्रदेशों की यात्रा पर निकली टूरिस्ट बस आज अमरकंटक से लौट रही थी। गाड़ासरई के पास अचानक बस का डीजल समाप्त हो गया। अचानक बस रुकने से महिलाओं और बच्चों सहित 40 यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने जय अंबे ट्रैवल एजेंसी के संचालक आरएस राजपूत पर अनदेखी और गैर जिम्मेदारी के आरोप लगाए। निर्विघ्न यात्रा कराने के नाम पर एजेंसी ने प्रति यात्री ₹32 हज़ार अग्रिम जमा करा लिए थे। यात्रियों के अनुसार इस पैकेज में सात प्रदेशों की यात्रा का खर्च शामिल था। आज अमरकंटक से वापस आते समय गाड़ासरई क्षेत्र में बस का ईंधन खत्म हो गया। ड्राइवर ने बस वहीं खड़ी कर दी और यात्रियों की परेशानी शुरू हो गई। इनमें कुछ बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी थे। उन्होंने एजेंसी संचालक को फोन किया तो सकारात्मक जवाब नहीं मिला। बाद में संचालक ने मोबाइल सेट स्विच ऑफ कर लिया। ड्राइवर और मैनेजर भी पैकेज से अलग ईंधन खर्च देने का दबाव बना रहे थे। मजबूरन यात्रियों को गाड़ासरई पुलिस से सहायता मांगनी पड़ी। उनकी मदद से जैसे-तैसे बस डिंडौरी पहुंची, जहां समस्या फिर से शुरू हो गई। ऐसे में यात्रियों ने सिटी कोतवाली थाने में सूचना दी। जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी इंस्पेक्टर चंद्र किशोर सिरामे ने सभी यात्रियों को थाना परिसर में रुकवाया और चाय-नाश्ता-पानी की व्यवस्था कराई। यात्रियों की समस्या सुनकर पुलिस ने एजेंसी संचालक से संपर्क कर आगे की यात्रा के लिए रुपए जमा कराए और बस को सकुशल रवाना किया। डिंडौरी पुलिस की 'मॉरल पुलिसिंग' देख यात्री गदगद हो गए और इंस्पेक्टर सिरामे सहित पूरी टीम को साधुवाद देकर प्रसन्नता के साथ यात्रा शुरू की।






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