- विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने बुधवार को गौशाला निरीक्षण के दौरान लगाया था भूख से 20 गायों की मौत का आरोप
- डिंडौरीडॉटनेट ने प्रमुखता से किया था समाचार का प्रकाशन, गौशाला में चारा-भूसे की कमी को लेकर विधायक ने जताई थी नाराज़गी
डीडीएन रिपोर्टर | डिंडौरी/बजाग
डिंडौरी विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने बुधवार को बजाग ब्लॉक के कारोपानी स्थित गौशाला में बीते चार महीने में 20 गायों की भूख से मौत का आरोप लगाया था। वह देरशाम गौशाला का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इससे जुड़े समाचार का प्रकाशन डिंडौरीडॉटनेट ने 'डिंडौरी विधायक मरकाम ने ग्राम कारोपानी की गौशाला में भूख से गायों की मौत का लगाया आरोप...' हेडिंग से प्रमुखता के साथ किया था। गुरुवार को प्रशासन हरकत में आया और डिंडौरी जिला पंचायत CEO अंजू विश्वकर्मा ने ग्राम सचिव गोविंद परस्ते को जिम्मेदार मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं, गौशाला की केयर टेकर और महिला स्व-सहायता समूह की सचिव कलावती यादव ने भी भूख से गायों की मौत की पुष्टि की है। कलावती ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बीते चार महीने से गौशाला में पशु आहार की व्यवस्था नहीं की गई है। इस विषय में कई बार पंचायत और जनपद स्तर से जिला प्रशासन तक को सूचना दी गई। साथ ही CM हेल्पलाइन पर भी शिकायत की, लेकिन नतीजा सिफर रहा। दूरी ओर, समूह की महिलाओं ने कई महीनों से सैलरी नहीं मिलने की बात भी कही है।
मामले को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री मरकाम ने बिगुल बजाई और गौशाला की अव्यवस्थाओं को लेकर प्रदेश सरकार सहित प्रशासन को जमकर कोसा। कल देर शाम वह खुद ही वाहन में भूसा लेकर गौशाला पहुंचे और गायों को अपने हाथों से खिलाया था। बहरहाल, गौशाला की बदइंतजामी और गायों की मौत के लिए प्रशासन ने ग्राम सचिव को दोषी माना और निलंबित कर दिया।